भोपाल। देश में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ने लगी है ऐसे में कई राज्यों ने लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील देने के साथ ही स्कूल-कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान फिर से खोलने शुरू कर दिए हैं. वहीं कई अन्य आने वाले दिनों में स्कूल-कॉलेज खोलने वाले हैं. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश में भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कोचिंग सेंटर खोले जाएंगे.
इस संबंध में मध्य प्रदेश के भोपाल जिले के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने एक ऑफिशियल लेटर में कहा है कि कोविड 19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए भोपाल में अब 50 प्रतिशत क्षमता के साथ कोचिंग सेंटर फिर से खोले जाएंगे. इसके साथ ही आदेश में ये भी कहा गया है कि कोचिंग सेंटर्स को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना होगा.
कोचिंग सेंटर्स के प्रतिनिमंडल ने बुधवार को सीएम से मुलाकात की थी
बता दें कि कोचिंग सेंटर मालिकों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिला था और उनसे इस मामले पर पॉजिटिव सोचने के लिए रिक्वेस्ट की थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि कोचिंग संचालक अपने संस्थानों में कोरोना उपयुक्त व्यवहार का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करें. राज्य सरकार कोचिंग क्लासेज संचालित करने की अनुमति पर विचार कर रही है. चौहान ने यह बात मध्यप्रदेश कोचिंग ऑनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों से कही जो उनसे मिलने उनके आवास पर आये थे.
कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को मुफ्त कोचिंग देगी एसोसिएशन
प्रदेश के कोचिंग संचालकों के प्रतिनिधिमंडल ने विधायक रमेश मेंडोला की मौजूदगी में सीएम से मुलाकात की थी. इस मौके पर विधायक संजय पाठक भी मौजूद रहे. मध्य प्रदेश कोचिंग ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण बकोरिया ने मुख्यमंत्री को ये भी बताया कि जिन छात्रों के माता-पिता का निधन कोरोना महामारी के कारण हुआ है, उनके लिए एसोसिएशन द्वारा मुफ्त कोचिंग और छात्रावास की व्यवस्था की गई है.