नई दिल्ली। नेपाली गोरखाली कला संस्कृति भाषा परंपरा एवम् सभ्यता की रक्षा एवं संवर्धन मे संलग्न हाम्रो स्वाभिमान ट्रस्ट द्वारा दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम के विशाल प्रेक्षागृह में हरितालिका तीज के उपलक्ष्य में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें दिल्ली से ही नहीं अपितु नेपाल समेत सिक्किम, असम, अरुणाचल, दार्जिलिंग, भर से नेपाली गोरखाली संस्कृति के प्रेमी दर्शक एवम् कलाकार एकत्रित हुए । पधारे हुए कलाकारों, गायकों ने प्रेक्षागृह में नृत्य एवं संगीत की बेजोड़ प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। विशेष रूप से कार्यक्रम की मुख्य आकर्षक रही आमंत्रित नेपाली कलाकार पूर्णकला बी सी, ने शानदार नेपाली तीज गीतों की प्रस्तुति से उपस्थित लोगों को भावविभोर एवं मन्त्रमुग्ध कर दिया साथ ही बॉलीवुड के गायक श्री तरुण सागर ने भक्ति गीतों से शमा बाँध दिया। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन पूर्वक बलिदानी अमर शहीदो को श्रद्धा सुमनाञ्जलि समर्पित कर की गई, जिसके बाद ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रसिद्ध समाजसेवी नारायण श्रेष्ठ ने सभा को सम्बोधित कर ट्रस्ट की गतिविधियों से सबको अवगत कराया तथा लोगों को गोरखाली नेपाली संस्कृति की महत्ता से अवगत कराते हुए उसकी रक्षा के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में भारत सरकार के कैबिनेट मन्त्री परशोत्तम रूपाला की उपस्थिति विशेष उल्लेखनीय रही जिन्होंने अपने संबोधन में ट्रस्ट की गतिविधियों की भरपूर तारीफ करते हुए ऐसे आयोजनों की आवश्यकता को भी इंगित किया। हरितालिका तीज महोत्सव की विशेषता को बताते हुए जगतगुरु श्रीश्री संतोषी बाबा ने हाम्रो स्वाभिमान ट्रस्ट के सम्पूर्ण कार्यकर्ताओं की जमकर तारीफ़ की और आश्वासन दिया की इस संगठन को उनका हमेशा आशीर्वाद रहेगा।
इसके बाद आगात अतिथियों, कैबिनेट मंत्री श्री परशोत्तम रूपाला जी एवम जगतगुरु श्रीश्री संतोषी बाबा द्वारा नेपाली साहित्यकारों एवं भाषासेवी लेखकों को राष्ट्रिय पुरस्कार प्रदान किया गया जो कि नेपाली भाषा संवर्धन क्षेत्र में इस प्रकार का पहला और अनूठा पुरस्कार था।
गौरतलब है कि नेपाली भाषा-साहित्य, संस्कृति और परम्परा के संरक्षण संवर्धन के लिए वर्ष 2013 से कार्यरत हाम्रो स्वाभिमान ट्रस्ट ने आदिकवि भानु भक्त आचार्य के जयंती दिवस में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की थी। यह घोषणा ट्रस्ट के महामन्त्री प्रसिद्ध अधिवक्ता, लोकप्रिय समाजसेवी एवं सामाजिक अभियन्ता प्रेम क्षेत्री द्वारा किया गया था। राष्ट्र के धरोहर प्रसिद्ध कवि स्वर्गीय वीरेन्द्र सुब्बा के नाम में “वीरेन्द्र सुब्बा स्मृति साहित्य पुरस्कार-2021” नेपाली कविता के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए जुनकिरी को उज्यालो ग्रन्थ के लिए कवि किसन प्रधान को दिया गया। प्रसिद्ध कवि लेखक स्वर्गीय हरिप्रसाद गोर्खा राई के नाम में “हरिप्रसाद गोर्खा राई स्मृति पुरस्कार-2021” नेपाली लेखन के क्षेत्र में किए गए योगदान के लिए बाल उपन्यास वन संसार रचना के निम्ति डॉ. साङ्गमु लेप्चा को प्रदान किया गया। प्रसिद्ध समाजसेवी एवं नेपाली भाषा विद्वान प्रोफ़ेसर गोपीनारायण प्रधान के नाम में “गोपीनारायण प्रधान स्मृति सम्मान” नेपाली साहित्य, कला एवं समाज सेवा के लिए के बी नेपाली को दिया गया। इसी के साथ नेपाली भाषा, साहित्य एवं संस्कृति के संरक्षण संवर्धन के क्षेत्र में किए गए कार्यों लिए सर्वोत्तम राष्ट्रीय सम्मान “नेपाली साहित्य सम्मान” से वरिष्ठ कवि सुकराज दियाली को सम्मानित किया गया। नारायण श्रेष्ट ट्रस्ट के अध्यक्ष ने जानकारी दी कि “नेपाली साहित्य सम्मान” इस राष्ट्रीय पुरस्कारों की शृंखला मे सर्वोच्च स्थान में रखा गया है। पुरस्कारों के चयन के लिए केंद्रीय समिति से युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रसिद्ध कवि युवराज भट्टराई एवं नोर्थ ईस्ट रीजन समिति की अध्यक्षा कवयित्री मंजुला तमांग के नेतृत्व में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया था जो पुरस्कार के लिए समर्हणीय व्यक्तियों के चयन कार्य में संलग्न थे।
हाम्रो स्वाभिमान का मुख्य उद्देश्य नेपाली भाषा, साहित्य, संस्कृति और कला को स्थापित करने के लिए निरन्तर अपने कार्य से समाज पर अतिशय प्रभाव डालने वाले भाषा-संग्रामी एवं साहित्यसेवी व्यक्तियों को सम्मानित एवं पुरस्कृत करना है। पुरस्कार स्वरूप अंग वस्त्र, स्मृति चिह्न, प्रमाणपत्र और निश्चित मुद्रा भी दिया गया।
सम्मान पाने वालों में प्रमुख रुप से देश के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार मनोज मिश्रा, वरिष्ठ पत्रकार शाश्वत तिवारी और तेजन्यूज़ नेटवर्क के नोएडा प्रमुख अश्विनी कुमार के नाम प्रमुख रहे।
नेपाली भाषा, साहित्य, संस्कृति और कला के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करने का हाम्रो स्वाभिमान ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य देश के श्रेष्ठ भाषा संरक्षकों और साहित्यकारों के अप्रतिम योगदान को पहचानने और सराहने के साथ नवयुवकों को रचनात्मक साहित्य सृजन के लिए प्रेरित करना भी है। यह पुरस्कार ऐसे होनहार, प्रतिभाशाली साहित्यकार तथा कर्त्तव्यनिष्ठ भाषा संरक्षक योद्धा के लिए प्रदान किया गया है जिन्होंने अपने अपने क्षेत्र में एक मिसाल कायम किया है और जो युवापीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है। जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता, सत्यनिष्ठता और परिश्रम के माध्यम से न केवल नेपाली साहित्य और भाषा की सर्वात्मना सेवा की है बल्कि साहित्यिक और भाषिक गुणवत्ता में नए नए आविष्कार एवं परिष्कार भी किया है, साथ ही नेपाली भाषा और साहित्य को भी समृद्ध बनाया है। इस महोत्सव मे रगारंग कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा। जिसमे संस्कृति कला संगम संस्था के कलाकार मित्रो की संगीतमयी गणेश वन्दना, कालिम्पोंग स्थित एम डी डान्स स्टूडियो के कलाकार सदस्यों का मौलिक लोकनृत्य मारुनी डांस, हिमाद्रि कार्की और सिमरन राई का कौड़ा नृत्य, श्रिस्टी अधिकारी, रमैलो डांस ग्रुप, के॰डी॰पी॰ ग्रूप्स विशिष्ट रहे। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में पधारी नेपाल की प्रसिद्ध कलाकार तथा लोक गायिका पूर्णकला बी सी की प्रस्तुतियां दर्शक दीर्घा में स्थित दर्शकों के मन में मीठी दस्तक देने में सफल रही। पूर्णकला की प्रस्तुतियों में दर्शकों का उत्साह उनकी ताली की गड़गडाहट में स्वत: देखते ही बनता था।
हाम्रो स्वाभिमान ट्रस्ट की अन्तरराष्ट्रिय संयोजिका एवं समुधुर स्वभाव की धनी, प्रेरक ऊर्जामय व्यक्तित्व शालिनी क्षेत्री ने राहुल कालिकोटे के साथ मिलकर गोर्खाली, नेपाली सामाजके नव-प्रतिभा के खोजी के लिए एक ऑनलाइन अभियान प्रारम्भ किया था । जिसमें सुर स्वराग, नृत्यकला कविताञ्जलि आदि समाविष्ट है। उनका भी मंच से उल्लेख पूर्वक प्रदर्शन किया गया। यह अभियान इतने कम समय में ही विश्वमें अंतरराष्ट्रीय रूप धारण कर चुका है। देशके विभिन्न राज्यों के साथ नेपाल भूटान अमेरिका आस्ट्रेलिया कानाडा जैसे विदेशो में निवासरत नेपाली गोर्खाली समुदायके नये नये बालक किशोर और युवक प्रतिभाओ ने इस अभियानमें जोरशोर से भाग ग्रहण किया है। अनीता क्षेत्री के इस अभियान की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। साथ ही उपस्थित गणमान्यजन एवं अतिथियों ने भी मुक्तकंठ से उनकी प्रशंसा की।
ट्रस्ट के महामंत्री प्रसिद्ध समाज सेवी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम क्षेत्री ने तीज महोत्सव कार्यक्रम के आयोजन को सामाजिक समरसता का अंग बताते हुए नेपाली गोरखाली समाज में महिलाओं के सम्मान प्रतिष्ठा और सशक्तीकरण प्रतीक बताया। उन्होंने बताया कि हाम्रो स्वाभिमान ट्रस्ट केवल एक संस्था न होकर एक परिवार है और इस संस्था के सभी कार्यकर्ता तथा पदाधिकारी उस परिवार के सदस्य है। ट्रस्ट से जुड़े सभी लोगो का मुख्य ध्येय नेपाली गोरखाली कला संस्कृति सभ्यता के संरक्षण के साथ एक दूसरे की मदद करना है। उन्होंने कहा जिस भी समय किसी को भी हमारी जरूरत पडेगी हाम्रो स्वाभिमान उनके साथ खड़े रहने को तैयार है।
इस तीज महोत्सव कार्यक्रम में युवा प्रकोष्ठ के सदस्यों का भी विशेष योगदान रहा। जिसमें एडवोकेट कल्पना शर्मा, दीपक शर्मा, नवीन पन्थी एवं टीम ने विशिष्ट भूमिका निभाई। विष्णु गुरुंग, दुर्गा प्रसाद अर्याल, ट्रस्ट के पदाधिकारी नोर्बु क्षिरिंग, उत्तम क्षेत्री, शिवलाल ज्ञँवली, नारायण शर्मा, जीवन शर्मा, काशीराम आचार्य, अनिता ज्ञँवली, अनिता क्षेत्री, नेओमि खाती, कमला पोखरेल, कविता शर्मा आदि उपस्थित रहे ।