औरैया। बिधूना तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान शिकायत का गलत निस्तारण करने पर डीएम ने राजस्व निरीक्षक बबलेश कुमार को सोमवार को पुलिस हिरासत में भेजा था। जहां उन्हें देर शाम तक कोतवाली में बैठाया गया था। साथी लेखपालों के पहुंचने पर उनकी सुपुर्दगी में भेजा गया था।
इधर मंगलवार को सोशल मीडिया के एक ग्रुप से राजस्व निरीक्षक ने एक पोस्ट किया। जिसमें की गई कार्रवाई को लेकर लिखा गया है कि डीएम खुदा नहीं हैं, मेरे लिए आगे जो होगा देखा जाएगा। इस टिप्पणी के बाद अधिकारियों ने पूरे मामले में जांच शुरू कराई और डीएम ने मंगलवार को उन्हें निलंबित कर दिया। वीडियो वायरल करने की घटना को अधिकारी अनुशासनहीनता मान रहे हैं।
संपूर्ण समाधान दिवस में सोमवार को डीएम सुनील कुमार वर्मा बिधूना तहसील में शिकायत सुन रहे थे। इसी बीच डोडापुर निवासी पारस यशपाल ने जिलाधिकारी को बताया कि उनकी जमीन के दाखिल खारिज के आदेश हो गए थे। इसके बाद भी फीडिंग नहीं की गई। उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इसकी शिकायत की। मामले में राजस्व निरीक्षक (आरके) ने झूठी रिपोर्ट लगा दी।
इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए राजस्व निरीक्षक को हिरासत में भेज दिया था। मामले की जांच अतिरिक्त मजिस्ट्रेट रमेशचंद्र यादव को सौंप गई थी। उन्होंने बताया कि वायरल पोस्ट की भी जांच की जा रही है। पोस्ट किसने की यह पता लगाया जा रहा है। राजस्व निरीक्षक को निलंबित कर भूलेख कार्यालय में संबद्ध किया गया है। डीएम ने बताया कि निलंबन की कार्रवाई कर मामले की जांच की जा रही है।