कानपुर । आइआइटी के दीक्षा समारोह और मेट्रो में पहले यात्री के रूप में सफर करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निराला नगर के जनसभा स्थल के मंच से रिमोट से बटन दबाकर कानपुर मेट्रो का लोकार्पण किया और हरी झंडी दिखाई तो आइआइटी स्टेशन पर तैयार खड़ी ट्रेन को रवाना कराया। इसके बाद बीना-पनकी बहुउत्पाद पाइप लाइन को भी राष्ट्र को समर्पित की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यूपी के अध्याय में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ रहा है, आज हमको मेट्रो कनेक्टिवटी मिली है और बीना-पनकी पाइप लाइन भी कनेक्ट हो गया है। इससे अब यूपी के अन्य जिलों में पेट्रोलियम उत्पाद आसानी से सुलभ होंगे। इसके लिए पूरे उत्तर प्रदेश को बधाई। इससे पहले मेरा आइआइटी कानपुर में कार्यक्रम था, मैं पहली बार मेट्रो में सफर करके कानपुर के लोगों के उमंग का साक्षी बनना चाहता था। मेट्रो में सफर मेरे लिए यादगार अनुभव रहा है। यूपी में पहले जिन लोगों ने सरकार चलाई, उन लोगों ने समय की अहमियत नहीं समझी। 21वीं सदी में यूपी को जिस तेज गति से प्रगति करनी थी। उस अमूल्य अवसर और समय को पहले की सरकारों ने गंवा दिया। उनकी प्राथमिकताओं में यूपी का विकासनहीं था उनकी प्रतिबद्धता यूपी के लोगों के लिए नहीं थी। आज डबल इंजन की सरकार चल रही है, वो बीते कालखंड में समय का नुकसान हुआ उसकी भरपाई कर रही है। हम डबल स्पीड से काम कर रहे हैं, डबल इंजन की सरकार जिस काम को शुरू करती है, उसे पूरा करने के लिए हम दिन रात एक कर देते हैं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि आजाद भारत के औद्योगिक ऊर्जा देने वाले कानपुर को शत शत नमन। कानपुर ने ही प. दीन दयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी जैसे विजनरी को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वरुण देवता को भी इस खुशी में हिस्सा लेने का मन कर गया। कानपुर के लोगों का जो मिजाज है, जो कनपुरिया अंदाज है, जो उनकी हाजिर जवाबी है, उसकी तुलना ही नहीं की जा सकती है। ये ठग्गू के लड्डू के यहां क्या लिखा होता है, ऐसा कोई सगा नहीं…, आप जो कहते हैं कहते रहिए। लेकिन, मैं अगर कहूंगा कि ये कानपुरी है, जहां ऐसा कोई नहीं जिसको दुलार न मिला हो। संघ के कार्यक्रम में झाड़े रहो कलटरगंज, झाड़े रहो कलटरगंज.., नई पीढ़ी के लोग भूल गए क्या।