प्रयागराज । उम्मीद है कि नया साल नई खुशी, नई सुविधाएं और नई सौगातें लेकर आया है। बीमारियों से राहत और सेहत दुरुस्त रखने की यह उम्मीदें सब कुछ ठीक ठाक रहा तो पूरी भी होंगी। हृदय रोगियों को स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय की कैथ लैब से इसी माह बड़ी सौगात मिलने वाली है। इससे लखनऊ, बीएचयू और दिल्ली में इलाज कराने की मजबूरी नहीं रहेगी, लाखों रुपये का खर्च भी बचेगा। कैथ लैब के क्रियाशील हो जाने से हृदय रोग के मामले में वह पांचों जांचें यहां सुलभ हो जाएंगी जो पूरे विश्व में होती हैं।हृदय रोग के मामले में पूरी दुनिया में पांच तरह जांच ही होती है। इसके आधार पर डाक्टर इलाज के लिए कदम आगे बढ़ाते हैं। सबसे पहले ईसीजी, उसके बाद ईको, स्ट्रेस टेस्टिंग, पेस मेकर और एंजियोग्राफी। इनमें प्रथम चार सुविधाएं स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के कार्डियोलाजी विभाग में दी जा रही है। एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी भी होने लगे तो लोगों को इसके लिए बीएचयू, लखनऊ या दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा या फिर सुविधा संपन्न निजी अस्पतालों में जाने की मजबूरी नहीं होगी।एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, स्टेंट लगाने की सुविधा, वाल्व सिकुड़ गए हैं तो उन्हें बैलून द्वारा फुलाने की सुविधा होगी। इसे बैलून एंजियोप्लास्टी कहते हैं। हृदय में छेद को बंद करने के लिए छोटे-छोटे डिवाइस भी यहीं लगाए जाएंगे।एसआरएन के कार्डियोलाजी विभाग में स्थापित हो रही कैथ लैब 60 लाख की आबादी में ऐसी पहली लैब होगी, जहां सभी सुविधाएं एक साथ मिलेंगी। हालाकि एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी शहर में ट्रस्ट के अस्पतालों और एक निजी मेडिकल कालेज में भी उपलब्ध है। हालांकि अन्य सुविधाओं के लिए डाक्टर, रोगियों को लखनऊ, वाराणसी या दिल्ली के लिए ही रेफर करते हैं।