लखनऊ । सपा ने लखनऊ की जिन विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने पर सस्पेंस बनाया था। उन उम्मीदवारों की सूची जारी होते ही कई विधानसभा सीटों से बगावती सुर उठने लगे। लखनऊ में 2012 का प्रदर्शन दोहराने की सपा की मंशा पर पार्टी के ही असंतुष्ट बाधा बन गए हैं। पहली बार हुआ जब लखनऊ की नौ विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों की सूची जारी होते ही दावेदार और उनके समर्थकों ने प्रदेश कार्यालय का घेराव कर दिया। इतना ही नहीं सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के काफिले के सामने दावेदार अपने समर्थकों के साथ बैठ गए। ऐसा तब हुआ जब साेमवार शाम को ही सभी दावेदारों के साथ अखिलेश यादव ने बैठक कर आपसी सामंजस्य बैठाने की कोशिश की थी।सपा ने मलिहाबाद की गुटबाजी को रोकने के लिए वहां मोहनलालगंज की पूर्व सांसद सुशीला सरोज को उतार दिया था। मंगलवार को छह सीटों के प्रत्याशी पार्टी ने घोषित किए। सबसे ज्यादा विरोध लखनऊ पूर्वी सीट पर हो रहा है। अनुराग भदौरिया को टिकट दिए जाने के विरोध में शर्मिला महाराज, गौरव सिंह यादव, प्रदीप सिंह बब्बू, राहुल सिंह और प्रदीप पांडेय जैसे दावेदारों की नाराजगी बढ़ी है। लखनऊ उत्तर से प्रो. अभिषेक मिश्र का टिकट काटकर पूजा शुक्ला को उम्मीदवार बनाने पर भी पार्टी को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। दीपक रंजन सहित कई दावेदार अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे थे। इसी तरह लखनऊ कैंट में भी राजू गांधी को प्रत्याशी बनाए जाने पर यहां बगावती सुर उठने लगे हैं। लखनऊ पश्चिम से पूर्व विधायक मोहम्मद रेहान नईम ने समर्थकों के साथ अखिलेश यादव के काफिले के सामने प्रदर्शन किया। बख्शी का तालाब से भी सुभाष यादव सहित कई दावेदार असंतुष्टों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं