लखनऊ । शहर को विश्वस्तरीय नया स्टेशन भवन अब समय से दो महीने पहले मिल जाएगा। गोमतीनगर को विश्वस्तरीय बनाने के प्रोजेक्ट के पहले चरण का काम मार्च 2023 की जगह जनवरी 2022 में ही पूरा हो जाएगा। गोमतीनगर स्टेशन का नया भवन और शापिंग काम्पलेक्स अब जून में ही आकार ले लेगा, जबकि उसकी फिनिशिंग को रेल मंत्रालय ने दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य दे दिया है। इसे लेकर रेल मंत्रालय ने रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) को आदेश दिए हैं। आरएलडीए ने भी काम तेज कर दिया है। कोरोना के कारण गोमतीनगर स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने का प्रोजेक्ट बहुत धीमा हो गया था। इस कारण नया लक्ष्य बढ़ाकर मार्च 2023 कर दिया गया था। गोमतीनगर स्टेशन को 360 करोड़ रुपये की लागत से विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है, जिसमें पहले चरण में 190 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण होंगे, जबकि दूसरे चरण में 170 करोड़ रुपये से यात्री सुविधाओं को बेहतर किया जाएगा। गोमतीनगर स्टेशन पर जहां एक ओर भूतल से प्रवेश कर यात्री ट्रेन पकड़कर दूसरे शहरों को जाएंगे। वहीं, बाहर से आने वाले यात्री यहां के छह प्लेटफार्मों पर लगे एस्केलेटर व लिफ्ट से प्रथम तल पर आकर बाहर की ओर निकलेंगे। बजट होटल, शापिंग काम्पलेक्स, फूड कोर्ट, वेटिंग एरिया का काम इन दोनों चरणों में पूरा होगा।आरएलडीए यहां की 4.53 लाख वर्ग फीट भूमि पर दो कमर्शियल टावर बनाएगा। इस समय कमर्शियल टावर की बुकिंग पूरी हो गई है। अब आरएलडीए नया स्टेशन भवन तैयार कर रहा है। पहले चरण में तीन मंजिला स्टेशन भवन का आधारभूत ढांचा भी तैयार हो गया है, जबकि ठीक बगल वाले हिस्से में मुख्य स्टेशन भवन का काम तेजी से चल रहा है। प्लेटफार्म नंबर छह की ओर भी पिलर खड़ा करने का काम शुरू हो गया है। यह क्षेत्र ही छह नंबर प्लेटफार्म को कवर करेगा। इसी हिस्से से प्रवेश कर आने वाले महिला, दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों के लिए रैंप भी तैयार हो गया है। आरएलडीए के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, निर्माण स्थल से प्रतिदिन की प्रगति की समीक्षा रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जा रही है। काम पूरा करने के नए लक्ष्य को समय से पूरा किया जाएगा।