आगरा । गोल्ड लोन कंपनी ने ग्राहक द्वारा गिरवी रखे जेवरात को नीलाम कर दिए। पीड़ित का आरोप है कि वह ऋृण की नियमित किस्त जमा करा रहा था। इसके बावजूद गोल्ड लोन कंपनी ने अपना खाता अपडेट नहीं किया। कंपनी की लापरवाही का खामियाजा उसे भुगतना पड़ा। पीड़ित की तहरीर पर सिकंदरा थाने में गोल्ड लोन कंपनी के मैनेजर व स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अछनेरा के गांव नागर निवासी प्रमोद कुमार माइक्रो फाइनेंस कंपनी में काम करते हैं। प्रमोद के अनुसार उन्होंने जरूरत पड़ने पर मार्च 2020 में संजय प्लेस स्थित गोल्ड लोन कंपनी एसबीएफसी में 21.56 ग्राम सोने के जेवरात गिरवी रखे थे। जिसके बदले कंपनी से 54 हजार रुपये ऋृण लिया था। जिसके ब्याज की किस्त वह हर महीने नियमित रूप से जमा कराता रहा। उसने अप्रैल 2020 में ऋृण की मूल धनराशि का आधी रकम 28 हजार रुपये जमा करा दिए। उनके पास आठ अक्टूबर 2020 को कंपनी से फोन आया कि आपने कुछ महीनों से किस्त जमा नहीं की है।कंपनी ने अपना कार्यालय सिकंदरा इलाके में स्थानांतरित कर लिया था। कंपनी ने उन्हें अपने सिकंदरा स्थित कार्यालय पर बुलाया। प्रमोद के अनुसार उन्होंने कंपनी को अपने द्वारा जमा की गई किस्त की जानकारी दी। कंपनी से कहा कि वह अपना पूरा भुगतान लेकर उनका सोना वापस कर दे। जिस पर कंपनी के अधिकारी उसे टालते रहे। वह 10 नवंबर 2021 को कंपनी के कार्यालय पहुंचा। अपने जेवरात वापस लेने के लिए आवेदन करने लगा।प्रमोद का आरोप है कि इस पर कंपनी के मैनेजर समेत अन्य लोगों ने उससे अभद्रता शुरू कर दी। उससे कहा कि गिरवी रखे गए जेवरात बेच दिए हैं। उसने 112 नंबर पर सूचना देकर पुलिस को बुला लिया। पीड़ित प्रमोद की तहरीर पर पुलिस ने गोल्ड लोन कंपनी के ब्रांच मैनेजर सौरभ, रीजनल मैनेजर प्रभात, कर्मचारी सुरेश व नितिन के खिलाफ धोखाधड़ी व साजिश के आरोप में सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज किया है। इंस्पेक्टर सिकंदरा बलवान सिंह ने बताया कि विवेचना की जा रही है। साक्ष्याें के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।