लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचंड बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश में सत्ता की वापसी का रिकार्ड बनाने वाली भाजपा की सरकार बनने की औपचारिकता ही शेष है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो दिन के दिल्ली दौरे में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से भेंट के बाद मंत्रिमंडल के गठन की घोषणा ही बाकी है। दिल्ली में सीएम योगी आदित्यनाथ की पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष नड्डा, भाजपा के थिंक टैंक अमित शाह तथा बीएल संतोष के साथ बैठक के बाद काफी कुछ तय हो चुका है। उत्तर प्रदेश की नई सरकार के गठन की तारीख तथा मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों के नाम की औपचारिक घोषणा ही बाकी है। माना जा रहा है कि इस बार तीन उप मुख्यमंत्री भी पद की शपथ लेंगे। दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा डा. दिनेश शर्मा को संगठन के काम की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। तीन उप मुख्यमंत्री बनाने का मकसद जातीय तथा क्षेत्रीय समीकरण साधने की कवायद है। अब तो मिशन 2024 को लेकर बेहद गंभीर भाजपा उत्तर प्रदेश में तीन डिप्टी सीएम बनाकर बड़ा लक्ष्य साधने के प्रयास में है।माना जा रहा है कि सीएम तथा तीन डिप्टी सीएम सहित कुल 62 मंत्री शपथ लेंगे। इसमें 28-30 कैबिनेट मंत्री होंगे। 11-12 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार तथा 23-24 राज्य मंत्री शपथ लेंगे। आगरा ग्रामीण से विधायक बनीं पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्या को डिप्टी सीएम बनाने की तैयारी है। इसके साथ ही एके शर्मा तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भी डिप्टी सीएम का पद दिया जा सकता है। यूपी चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने 273 सीटें हासिल कीं। समाजवादी पार्टी के गठबंधन ने 125 सीटों पर विजय प्राप्त की। मायावती की बहुजन समाज सिर्फ एक सीट हासिल कर सकी। इसके अलावा कांग्रेस को दो सीट मिली हैं। दो ही सीटें अन्य के खाते में आई हैं।सुरेश कुमार खन्ना के साथ सतीश माहाना, ब्रजेश पाठक, जितिन प्रसाद, सूर्य प्रताप शाही, सिद्धार्थनाथ सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, श्रीकांत शर्मा, आशुतोष टंडन गोपाल जी, अनिल राजभर, जय प्रताप सिंह, बिपिन वर्मा, धर्मपाल लोधी, भूपेंद्र चौधरी, रमापति शास्त्री, आशीष पटेल, संजय निषाद, कुंवर ब्रजेश सिंह, अंजुला कोरी, सुरेश पासी, प्रतिभा शुक्ला, राजीव सिंह, अमित अग्रवाल, संजय शर्मा, रविन्द्र जायसवाल, दिनेश खटीक, संदीप सिंह तथा मोहसिन रजा का मंत्री बनना तय है। इनके साथ ही अपना दल तथा निषाद पार्टी के भी दो-दो विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा। असीम अरुण, दयाशंकर सिंह, पंकज सिंह रामपाल वर्मा, अदिति सिंह तथा राजेश्वर सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता है। मंत्री रहे डाक्टर महेन्द्र सिंह को संगठन में वापस भेजने की तैयारी है।