नई दिल्ली। लायक हुसैन। ओलंपिक भारत मेगा हैल्थ फेस्ट के आयोजन में 600 विशेष ओलिंपिक एथलीटों का स्वास्थ्य जांच एवं प्रशिक्षण किया गया, आपको बताते चलें कि विशेष ओलंपिक भारत जोकि एक मान्यता प्राप्त संगठन है और इस संगठन की अध्यक्ष डॉ. मल्लिका नड्डा हैं उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि विशेष ओलंपिक भारत राष्ट्रीय खेल संघ युवा मामले और खेल मंत्रालय के तहत खेल के माध्यम से बौद्धिक विकलांग बच्चों एवं वयस्कों के खेल और अन्य जीवन कौशल के विकास के लिए काम करता है आजादी का अमृत महोत्सव के तहत विशेष ओलंपिक भारत द्वारा आज कड़कड़डूमा दिल्ली में एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य शिविर लगाया गया जिसे मेगा हेल्थ फेस्ट का नाम दिया जिसे अमर ज्योति स्कूल, कड़कड़डूमा दिल्ली में इस विशेष कैंप में कुल 600 एथलीटों की स्वास्थ्य जांच भी की गयी, इस दौरान आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय प्रभारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडे एवं सांसद गाजियाबाद व केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह रहे, वहीं यशोदा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, कौशाम्बी की डायरेक्टर डॉक्टर उपासना अरोड़ा एवं प्रबंध निदेशक डॉ पी एन अरोड़ा के कुशल निर्देशन में यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल,कौशांबी, गाजियाबाद के डॉक्टरों एवं टीम के द्वारा स्वास्थय जांच कार्यक्रम आयोजित किया गया, यहां पर हम आपको यह भी बता दें कि इस बात की जानकारी हॉस्पिटल के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन हेड गौरव पांडेय ने द्वारा दी गई कार्यक्रम के प्रथम चरण के मुख्य अतिथि सांसद गाजियाबाद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह ने कहा कि यह शिविर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विशेष ओलंपिक भारत द्वारा खेल मंत्रालय भारत सरकार की एक सकारात्मक पहल है, जिसके तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन देशव्यापी पैमाने पर किया जा रहा है, जनरल वीके सिंह ने कहा कि फौज में भी हम इस तरह का अभियान चलाते हैं जिसमें कि युद्ध में अभ्यास के दौरान घायल हुए सैनिकों को उनकी किसी भी प्रकार की विकलांगता को ध्यान में रखते हुए उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है, और उन्हें खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाता है जिससे कि उनकी शारीरिक क्षमता को पुनः उसी तरह बनाया जा सके जैसे कि पहले थी, श्री वी के सिंह ने यह भी कहा कि पैरालम्पिक गेम्स एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मल्टी स्पोर्ट इवेंट है जिसमें शारीरिक अक्षमता के साथ एथलीटों को शामिल किया गया है और जिसमें विकलांगताओं वाली मांसपेशियों की शक्ति गतिहीन निष्क्रिय सीमाएं अंग की कमी पैर की लंबाई में भिन्नता लघु कद हाइपरटोनिया एनेटिक्स अस्थिटोसिस दृष्टि हानि और बौद्धिक हानि आदि प्रमुख हैं, कार्यक्रम के दूसरे चरण के मुख्य अतिथि केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि यह एक बहुत ही सराहनीय पहल है जोकि यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल इस राष्ट्रीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन देशव्यापी पैमाने पर कर रहा है, ऐसी पहल से बहुत से ऐसे बच्चों की थोड़े से ही प्रोत्साहन से अपने जीवन में और अपने आस पास के लोगों के लिए एक बहुत बड़ा उदाहरण बनते हुए देखा जा सकता है, उन्होंने कहा कि इन एथलीटों को विकसित करने और बनाने में मदद करने के लिए विशेष ओलंपिक भारत द्वारा की गई इस पहल से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह देश को अत्यंत गौरव एवं ख्याति की प्राप्ति होगी, उन्होंने कहा कि ऐसा मेरा अनुमान भी और मंशा है जिसके लिए मेरी ओर से ढेरों शुभकामनाएं हैं, डॉ पाण्डेय ने कहा कि हमारे देश के प्रधान मंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ने बहुत सराहनीय कदम उठाया है इन्हें दिव्यांग नाम देकर पहले विक्लांग बोलने से हीन भावना आती थी लेकिन अब इनको समाज में एक नई पहचान मिली है और साथ ही इन सब के हुनर को भी पहचान मिली है, उन्होंने कहा कि अब ये देश का नाम रोशन करेंगे,
वहीं हॉस्पिटल के संचार प्रमुख श्री गौरव पांडेय ने बताया कि इन विशेष एथलीट बच्चों को प्रोत्साहित एवं प्रशिक्षित करने के लिए विशेष ओलंपिक स्क्रीनिंग और छह स्वास्थ्य विषय जैसे कि आंखों की देखभाल, मौखिक स्वास्थ्य, हड्डी एवं जोड़ रोग स्वास्थ्य, बाल रोग, भौतिक चिकित्सा, पोषण से सम्बंधित जांचें एवं परामर्श दिया गया, कार्यक्रम में स्थानीय विधायक ओम प्रकाश शर्मा, श्याम सुन्दर अग्रवाल, महापौर, पूर्वी दिल्ली एवं अमर ज्योति चैरिटेबल स्कूल की श्रीमती उमा तुली जी विशेष रूप से मौजूद थीं, कार्यक्रम का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली बहु खेल प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ियों को तैयार और प्रेरित करना था,उन्होंने कहा कि पैरा ओलंपिक खेल शारीरिक रूप अथवा मानसिक रूप से विकलांग खिलाड़ियों द्वारा खेले जाते हैं और इसका प्रचलन द्वितीय विश्वयुद्ध के घायल सैनिकों को फिर से मुख्यधारा में लाने के मकसद से इसकी शुरुआत हुई, इस दौरान यशोदा हाॅस्पिटल की डॉ उपासना अरोड़ा ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली बहु खेल प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ियों को तैयार और प्रेरित करना था, आपको बता दें कि पैरा ओलंपिक खेल शारीरिक रूप अथवा मानसिक रूप से विकलांग खिलाड़ियों द्वारा खेले जाते हैं और इसका प्रचलन द्वितीय विश्वयुद्ध के घायल सैनिकों को फिर से मुख्यधारा में लाने के मकसद से इसकी शुरुआत हुई। उन्होंने कहा क़ि भारत में 75000 विशेष ओलिंपिक एथलीटों की जांच एवं प्रशिक्षण का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है और 78000 से ज्यादा रजिस्ट्रेशन 5 अप्रैल तक हो चुके हैं विशेष ओलंपिक भारत एक मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय खेल संघ युवा मामले और खेल मंत्रालय के तहत खेल के माध्यम से बौद्धिक विकलांग बच्चों और वयस्कों के खेल और अन्य जीवन कौशल के विकास के लिए काम करता है जिसके संस्थापक अध्यक्ष एयर मार्शल डेन्ज़िल कीलोर (सेवानिवृत्त) हैंइसकी अध्यक्ष डॉक्टर मल्लिका नड्डा जी हैं जिनके मार्गदर्शन एवं कुशल दिशा निर्देशन में कार्यक्रम किया जाता है।