कोविड-19 महामारी की बीच मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेेईई मेन के आयोजन का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। भले ही सुप्रीम कोर्ट में परीक्षाओं को स्थगित करने की याचिका खारिज हो गयी है लेकिन छात्र लगातार विरोध करते जा रहे हैं और सीनियर नेताओं से हस्तक्षेप की गुजारिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में छात्रों की गुजारिश पर सत्ताधारी बीजेपी के वरिष्ठ नेता, पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में राज्य सभा सांसद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ने आज थोड़ी ही देर पहले ट्वीट करके जानकारी दी है कि उन्होंने शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से नीट 2020 को दीवाली के बाद आयोजित कराने का अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने कहा, “नीट परीक्षा को लेकर शिक्षा मंत्री आपात बैठक कर रहे हैं। देखते हैं आगे क्या होता है।“ वही, दूसरी तरफ तमाम विरोधों को बावजूद राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा पूरे देश में आयोजित की जाने वाली मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट 2020 के लिए आवेदन किये उम्मीदवारों के एग्जाम सिटी जारी कर दिये गये हैं और एडमिट कार्ड जल्द ही जारी किये जाने की घोषणा की है।
बता दें कि महामारी की वर्तमान स्थिति दो देखते हुए अगले माह सितंबर के पहले सप्ताह में जेईई मेन 2020 परीक्षा और दूसरे सप्ताह में 13 सितंबर को नीट 2020 परीक्षा के आयोजन को लेकर उच्चतम न्यायालय में विभिन्न छात्रों एवं अन्य द्वारा याचिकाएं दायर की गयीं थीं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट द्वारा 17 अगस्त 2020 को खारिज कर दिया था। हालांकि, इसके बाद भी छात्रों द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रधानमंत्री, विभिन्न मंत्रियों और नेताओं से जेईई मेन और नीट परीक्षाओं को स्थगित करने की गुहार लगातार लगायी जा रही है। इसी कड़ी में छात्रों ने बीजेपी एमपी डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी से भी अपील की थी। जिसको लेकर उन्होंने आज अपने ट्वीट में कहा, “आप लोगों द्वारा मुझसे इस मामले में दखल देने की अपील काफी देर बाद की गयी जब सुप्रीम कोर्ट ने अपना निर्णय पहले ही सुना दिया है।” एक अन्य अपडेट के अनुसार, उच्चतम न्यायालय में नीट 2020 और जेईई मेन 2020 प्रवेश परीक्षाओं को लेकर दायर याचिका में छात्रों का पक्ष रख रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव ने भी प्रधानमंत्री और शिक्षा मंत्री से दोनो ही प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित करने की अपील की है।