चक्रवात ‘जवाद’ की आहट से चिंता, ओडिशा में हाई अलर्ट

नई दिल्‍ली/भुवनेश्‍वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को चक्रवात की तबाही से निपटने के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य की एजेंसियों को बचाव कार्य से संबंधित कई निर्देश दिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें इस बात की हर संभव कोशिश करनी है कि चक्रवात से जान-माल की क्षति न हो। राहत कार्य के इंतजाम भी पहले से कर लिए जाएं।बुधवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने भी बैठक कर प्रभावित क्षेत्र से सभी लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने तथा मछुआरों और नौकाओं को समुद्री क्षेत्र से हटाने के निर्देश दिए थे। बैठक में ओडिशा, आंध्र प्रदेश, बंगाल और अंडमान निकोबार के मुख्य सचिव तथा वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए। इससे पहले भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) ने ‘जवाद’ की आशंका को देखते हुए पूरे देश में अलर्ट जारी किया है।मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र शुक्रवार को चक्रवात में तब्दील हो सकता है। चार दिसंबर तक इसके ओडिशा और आंध्र के तटों से टकराने की आशंका है। बता दें, इस बार चक्रवात का जवाद नाम सऊदी अरब ने दिया है। जवाद का अरबी में अर्थ उदार या दयालु होता है।प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक में भाग लेने के बाद आइएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अंडमान सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र गुरुवार सुबह वेल मार्क लो प्रेसर में तब्दील हो गया है।

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