डिजिटल लेनदेन के मामले में भारत तेज रफ्तार से आगे बढ़ा रहा है। साथ ही माह दर माह डिजिटल लेनदेन के मामले में नए रिकॉर्ड बना रहा है। यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस ट्रांजैक्शन के मामले में भारत ने मई 2022 में 10 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है। नेशनल पेमेंट्स कारपोरेशन ऑफ इंडिया के लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक यह पहली बार है जब भारत ने UPI लेनदेन के मामले में 10 लाख करोड़ के माइल्सटोन को पार कर गया है, जो कि एक नया रिकॉर्ड है।इंस्टैंट रियल टाइम पमेंट्स सिस्टम ने इस माल 595 करोड़ UPI लेनदेन को दर्ज किया हैं, जो आंकड़ा अप्रैल में 558 करोड़ था। मार्च 2020 में कोविड-19 की महामारी के दौरन UPI लेनदेन की संख्या 124 करोड़ थी, जिसकी कुल अमाउंट 2.06 लाख करोड़ रुपये था। मई 2021 की तुलना में मई 2022 में UPI मंथली लेनदेन की संख्या में 117 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में यूपीईआई लेनदेन 1-ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर लिया है।डिजिटल पेमेंट में इजाफे की वजह NPCI की कई सारी स्कीम हैं। हाल ही में स्मार्टफोन से ऑफलाइन मोड में UPI लेनदेन की सुविधा शुरू की गई है। साथ ही फीचर फोन से UPI 123Pay सर्विस के जरिए UPI लेनदेन की सुविधा शुरू की गई है। हाल ही में NPCI की तरफ से सर्कुलर जारी करके सूचना दी गई है कि कैसे ऑफलाइन मोड से UPI पेमेंट किया जा सकता है?UPI लेनदेन के मामले में भारत में PhonePe, Google Pay और Paytm Payments Bank का दबदबा है। अगर इन तीनों प्लेटफॉर्म के UPI लेनदेन की बात करें, तो PhonePe की UPI मार्केट में कुल हिस्सेदारी 47 फीसदी है। जबकि Google Pay का मार्केट शेयर 35 फीसदी है। जबकि Paytm Payments Bank का मार्केट शेयर 15 फीसदी है।