लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का दिल कहे जाने वाले हजरतगंज क्षेत्र में सोमवार को सुबह होटल लेवाना में आग लग गई। मदन मोहन मालवीय मार्ग पर स्थित इस होटल में एसडीआरएफ की टीम ने राहत और बचाव कार्य का काम संभाल लिया है। इसी बीच मृतकों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। होटल में राहत तथा बचाव कार्य के बीच में स्वास्थ्व विभाग की टीम भी स्ट्रेचर लेकर होटल के तीसरी मंजिल पर पहुंची है। एसडीआरएफ की टीम होटल के फंसे लोगों को बाहर निकालने में लगी थी कि इसी दौरान दो शव और मिले हैं। जिनका नाम है साहिबा, गुरुनूर (गणेशगंज), अमान गाजी उर्फ बॉबी (खुर्रम नगर), श्राविका संत (इंदिरानगर) है।सिविल अस्पताल से एक टीम इन शवों को लेकर गई। करीब छह घंटे तक चले राहत कार्य तथा सर्च आपरेशन में दो शव और मिले हैं। अब मृतकों की संख्या चार हो गई है। तीन कमरों का सर्च अभियान शेष है। अब तक दो महिलाओं समेत चार की मौत हो गई है।होटल लेवाना में भीषण आग की चपेट में आने के कारण 18 घायलों में सात की हालत गंभीर है। इनमें भी अधिकांश होटल कर्मी ही हैं। इनको सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फायर ब्रिगेड के 12-14 वाहन आग को नियंत्रित करने के प्रयास में लगे थे। मौके पर दस एम्बुलेंस भी हैं। घायलों में चार फायर ब्रिगेड के कर्मचारी भी शामिल हैं। जिनका नाम रोहित, बिट्टू लाल, चंद्रेश यादव और प्रदीप मौर्य है। सिविल अस्पताल में आठ लोगों को भर्ती कराया गया था जिनमें से एक को डिस्चार्ज कर दिया गया है।सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना का संज्ञान लिया है। इसके साथ ही देश के रक्षा मंत्री लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह ने भी घटना पर दुख जताया है। जांच में सामने आया है कि होटल में लगे स्मोक सेंसर अलार्म भी निष्क्रिय पड़े थे। इनकी सालों से नहीं हुई थी रिपेयरिंग। इसके अलावा धुआं निकालने वाली मशीन और ब्रीदिंग आपरेट्स सेट मेदांता अस्पताल से मंगवाई गई जो कि दमकल कर्मियों के पास नहीं थी।लखनऊ के होटल लेवाना सुइट में भीषण आग लगने के कारण वहां पर अफरा तफरी का माहौल हो गया। चंद मिनट में ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। थर्ड तथा सेकेंड फ्लोर को चपेट में लेने के बाद आग बढ़ने लगी। वहां पर धुंआ भरने के कारण लोगों का दम भी घुटने लगे। सीएमओ ने जिन दो लोगों के मरने की पुष्टि की है, उसमें एक महिला तथा एक पुरुष हैं। इनके दम घुटने से मौत हुई है। इसके बाद होटल में दो और शव मिले हैं। पुलिस ने अंदर फंसे लोगों को सीढ़ी की मदद से बाहर निकाला। जिसमें काफी लोग झुलस गए हैं। आग से झुलसे लोगों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लोगों को आग से बचाने के प्रयास में फायर ब्रिगेड के चंद्रेश कुमार भी जख्मी हो गए। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में भर्ती कराई गईं दिल्ली से आई मोना ने बताया कि हम जब सुबह उठे तो कमरे में धुआं भरा था, किसी तरह से बाहर निकले तो फायर ब्रिगेड की टीम ने सीढ़ी से होटल से बाहर निकाला। आपातकालीन गेट तत्काल नहीं खुला जिसके कारण राहत कार्य में काफी दिक्कतें आईं। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।लखनऊ के डीएम सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि संभावना है कि शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी हो। होटल के पहले तल पर बैंक्वेट है। जहां ज्यादा लोग थे। यहां पर 35-40 लोग रहे होंगे, जिनको सिविल अस्पताल भेजा गया है। होटल के सामने के वहां पर रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। राहत कार्य में लगे फायर कर्मियों का कहना है आग कंट्रोल है लेकिन अभी बुझी नहीं है। आग बुझाने का प्रयास जारी है। पहले तीसरी मंजिल की आग बुझाई गई है।मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने बताया कि घायलों के लिए 13 एम्बुलेंस लगा दी गई हैं। सिविल अस्पताल में भर्ती सात लोग गंभीर है। सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. आरपी सिंह ने बताया कि यहां पर लाए गए दो लोगों की मौत हो चुकी थी। जिसमें एक महिला व पुरुष हैं।