अजमेर। राजस्थान के अजमेर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाले बारहवीं कक्षा के छात्र ने एग्जाम अच्छा नहीं होने पर घर छोड़कर चला गया। जाते-जाते चचेरी बहन को मैसेज कर कहा कि ‘दीदी! मम्मी-पापा का ख्याल रखना। अब कुछ बनकर ही घर वापस आऊंगा।’ मामले की जानकारी मिलने पर घर वालों ने उसके फोन पर कॉल किया। उसका फोन बंद आया। परिजनों ने सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया। बच्चे को व्हाट्सएप के जरिए बात कर मोटिवेट किया। इस दौरान उनकी तालाश की जा रही थी। छात्र जयपुर में मिल गया तो परिजनों ने राहत की सांस ली।
12वीं के एग्जाम अच्छे नहीं हुए तो छात्र ने छोड़ा घर
बच्चे के परिजनों ने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें बताया गया कि नाबालिक बच्चे को बिलाड़ा जाने के लिए अजमेर केंद्रीय बस स्टैंड छोड़कर आए। इसके बाद उनकी बेटी के पास मैसेज आया कि वह कहीं और जा रहा है क्योंकि उसके 12वीं कक्षा के एग्जाम अच्छे नहीं हुए हैं। वह वापस नहीं आएगा। अब कुछ बनकर ही घर आएगा। उसके मम्मी पापा का ख्याल रखना। मामले की पूरी जानकारी बेटी ने परिवार वालों को बताई। इसके बाद उसके मोबाइल फोन पर संपर्क करने की कोशिश की तो उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा था।
जयपुर में मिला बच्चा, अजमेर ले आए परिजन
अजमेर बस स्टैंड पर खूब तलाश किया, रिश्तेदारों से भी संपर्क किया लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। परिवार के लोगों ने बताया कि मोबाइल पर वॉट्सऐप चालू था, तो परिजन ने उसे मैसेज व चेट के जरिए मोटिवेट किया। करीब सात बजे बच्चा जयपुर में मिल गया। उसे लेकर परिजन अजमेर आ गए। बताया जाता है कि 12वीं के एग्जाम अच्छे नहीं होने से छात्र डिप्रेशन में चला गया था। इस वजह से उसने ऐसा कदम उठाया।
पूछताछ के बाद परिजनों को सौंप दिया छात्र: थाना प्रभारी
सिविल लाइन थाना प्रभारी दलबीरसिंह फौजदार ने बताया कि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर नाबालिग की तलाश शुरू की। नाबालिग के वापस आने पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। जहां से उसे परिजन के सुपुर्द कर दिया गया। बाल कल्याण समिति के सदस्य रूपेश कुमार ने बताया कि अस्थाई रूप से परिजन के सुपुर्द कर दिया है।