लखनऊ। शांति सैनिकों के खिलाफ अपराधों के लिए जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए भारत के नेतृत्व वाले दोस्तों के समूह ने 24 अप्रैल को अपनी पहली बैठक आयोजित की। बैठक में शांति संचालन और संचालन सहायता विभागों के अवर महासचिव, विशेष प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक में जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए अच्छी प्रथाओं, शांति सैनिकों के खिलाफ अपराधों के अपराधियों को न्याय दिलाने में बाधाएं समेत अन्य साधनों पर चर्चा हुई। समूह को शांति सैनिकों के खिलाफ अपराधों पर एक आगामी डेटाबेस के बारे में भी जानकारी दी गई, जिसे भारत द्वारा वित्त पोषित किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने ट्वीट किया कि संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के खिलाफ अपराधों के लिए उत्तरदायित्व पर भारत के नेतृत्व वाले दोस्तों के समूह की पहली बैठक आयोजित की गई थी। हमारे ब्लू हेल्मेट्स की सुरक्षा और सुरक्षा पीसकीपिंग ऑपरेशंस के सफल संचालन के लिए ये अत्यंत आवश्यक है।
भारत संयुक्त राष्ट्र में शांति सैनिकों का सबसे बड़ा योगदानकर्ता है, जिसने पिछले सात दशकों में 2,60,000 से अधिक शांति सैनिकों को तैनात किया है। बारह शांति अभियानों में से नौ में 6000 से अधिक शांति सैनिकों को तैनात करने के साथ, भारत शांति सैनिकों के खिलाफ अपराधों के लिए जवाबदेही का प्रबल समर्थक है।
(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)