कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कालियागंज में एक लड़की लापता के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या के बाद भड़की हिंसा के बाद सात दिनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है। शहर में गुरुवार (27 अप्रैल) को धारा 144 के लागू करने के साथ ही इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं। वहीं, 30 अप्रैल तक इंटरनेट सेवाएं रखने की जानकारी मिल रही है।
इस बीच एनसीएससी के उपाध्यक्ष अरुण हलदर ने मृतका के परिजनों से मुलाकात की। जिसके बाद हलदर ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर वोट बैंक की राजनीति के लिए एक समुदाय विशेष को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सच्चाई को दबाने का प्रयास किया गया।
वहीं, कालियागंज में भड़की हिंसा में घायल हुए पुलिस के नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक की गुरुवार को मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि पुलिस के नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक मिज़ानुर रेहमान मंगलवार को हुई हिंसा में गंभीर रूप से घायल हो गये थे। सिलीगुड़ी के नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
बता दें कि कालियागंज से लापता लड़की एक दिन बाद शुक्रवार (21 अप्रैल) की सुबह कालियागंज की नहर में मृत पाई गई थी। जिसके बाद लड़की के परिजनों ने आरोप लगाया था कि हत्या से पहले लड़की के साथ दुष्कर्म किया गया। इस घटना के बाद इलाके में हिंसा भड़क गई और कालियागंज थाने में आग लगा दी गई।