नई दिल्ली, एजेंसी। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 पास हो गया है। लोकसभा में विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कानून वापसी बिल को पेश किया। विपक्ष के भारी हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। सरकार इस बिल को दोपहर 2 बजे राज्यसभा में पेश करेगी। संसद का यह सत्र 29 नवंबर से 23 दिसंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले की घोषणा थी और इसके बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इन तीनों कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को मंजूरी दे दी थी। इसके अलावा सरकार इस पूरे सत्र में करीब 30 विधेयक पेश करने जा रही है जिनमें क्रिप्टोकरंसी, बिजली, पेंशन, वित्तीय सुधार और बैंकिंग कानून से संबंधित विधेयक शामिल हैं।लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि एमएसपी लीगल गारंटी के साथ लागू की जाए। 35,000 किसानों को झूठे केसों में फसाया गया उन्हें मुक्त कराने की मांग और आंदोलन के दौरान मृतक 700 किसानों को मुआवजा देने की मांग पर सदन में चर्चा के लिए मौका दिया जाना चाहिए था, लेकिन हमें सदन में बोलने नहीं दिया गया।वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि भारत सरकार बिटक्वाइन लेनदेन पर डेटा एकत्र नहीं करती है।
देश में बिटक्वाइन को मुद्रा के रूप में मान्यता देने का कोई प्रस्ताव नहीं। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 आज दोपहर 2 बजे राज्यसभा में पेश किया जाएगा। आज जब कृषि क़ानून निरसन विधेयक, 2021 लोकसभा में पेश किया गया तो कांग्रेस और उनके मित्र विपक्ष के सांसदों ने नारेबाजी की। विपक्ष की भी कृषि क़ानूनों को रद्द करने की मांग थी, जो पूरी हो रही है। इन लोगों की मंशा क्या है मैं ये सवाल करता हूं।लोकसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक पारित होने पर राकेश टिकैत ने कहा कि जिन 700 किसानों की मृत्यु हुई उनको ही इस बिल के वापस होने का श्रेय जाता है। एमएसपी भी एक बीमारी है। सरकार व्यापारियों को फसलों की लूट की छूट देना चाहती है। आंदोलन जारी रहेगा। लोकसभा को आज दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है। विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच लोकसभा में कृषि कानून निरसन विधेयक, 2021 पारित हुआ। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सदन में विधेयक पर चर्चा की मांग की थी