ये अजीब है कि ज्यादातर महिलाएं अपनी सेहत की बजाए अपनी आकृति पर ध्यान देती हैं। जबकि स्लिम होने से ज्यादा जरूरी है फिट होना। उनकी यही भ्रांति कई और गलत धारणाओं का कारण बनती है। जिनमें कुछ खास खाद्य पदार्थों से परहेज शामिल है। केला भी ऐसा ही एक सुपरफूड है। पोषक तत्वों का खजाना होने के बावजूद ज्यादातर महिलाएं इसे खाने से परहेज करती हैं। जबकि यह उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए क्यों जरूरी है हर रोज एक केला खाना।केला मेरा पसंदीदा फल है। जबकि मेरे घर में मेरी बहनें इसे खाने से बचती हैं। नवरात्रि उपवास के बावजूद वे इसे अपने फलाहार में शामिल करना नहीं चाहतीं। जबकि मेरी मम्मी इससे सर्वोत्तम फल मानती हैं। उनका मानना है कि अगर सुबह नाश्ते में केला खा लिया जाए, तो दिन भर एनर्जी बनी रहती है। खासतौर से तब जब आप उपवास पर हों। मुंबई बेस्ड आहार विशेषज्ञ मालविका अठावले कहती हैं, “यह एक ऐसा फल है, जो कई पोषक तत्वों का खजाना है। इसमें पर्याप्त मात्रा में न्यूट्रिएंट्स, मिनरल्स और विटामिन्स होते हैं। एक मीडियम आकार के केले में एनर्जी करीब 105 कैलोरी, फाइबर 3 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट की मात्रा 24 ग्राम और 14 ग्राम शुगर होती है। इसलिए यह महिलाओं के लिए एक पॉवर फ्रूट हो सकता है।इसके बावजूद कई महिलाएं मोटापे के डर से केला खाने से बचती हैं। जबकि ज्यादातर फिटनेस इंफ्लुएंसर वेट लॉस के लिए केला खाने की सलाह देते हैं। डाक्टर भी जरूरी पोषक तत्वों के लिए केला खाने की सलाह देते हैं। असल में केले में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो मोटापा कम करने के साथ-साथ चिंता और अनिद्रा की समस्या दूर करने करने में सहायक हैं। आइए जानते हैं महिलाओं के स्वास्थ्य के संदर्भ में केले के लाभों के बारे में और डिटेल में।वजन कम करने या मोटापे से बचने के लिए रोजाना एक से अधिक केला न खाएं। और तो और इसे खाने के लिए सही समय पर सही मात्रा में ही लें।केला भूख को कंट्रोल करता है। दरअसल इसे खाने के बाद पेट भरा-भरा महसूस होता है। यही वजह है कि इसे लेने के बाद भूख भी नहीं लगती। इसलिए सलाह दी जाती है कि हर थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ खाएं। ऐसे में वजन नियत्रित रहता है। केले में ट्रिप्टोफैन नामक एक विशेष यौगिक पाया जाता है। यह एक बायोमालेक्यूल है। आपको जानकर हैरानी होगी कि हमारी बॉडी, अमीनो एसिड का निर्माण नहीं कर पाती। इसके लिए हमें बाहर से लिए गए ट्रिप्टोफैन अमीनो एसिड पर निर्भर होना पड़ता है। जिसकी मदद से हमारे शरीर में सेरोटोनिन नामक न्यूरोट्रांसमीटर बनता है। ये सेरोटोनिन चिंता व अनिद्रा की समस्या को दूर करने में मददगार होता है। मल्टीडिसप्लिनरी डिजिटल पब्लिशिंग इंस्टीट्यूट के एक शोध में यह दावा किया गया है कि केले का सेवन करने से शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन बढ़ता है। जो हमारी नींद के चक्र को कंट्रोल करने का काम करता है।
3 पाचन क्रिया को मजबूती मिलती है
द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रीशन में छपे शोध के मुताबिक, ज्यादा पका केला आसानी से पच जाता है। यही कारण है कि इस तरह के केले खाने से पाचन क्रिया को मजबूती मिलती है।पके केले में प्रतिरोधी स्टार्च की मात्रा भरपूर होती है। इसलिए एक्सरसाइज से पहले और बाद में इस तरह के केले को खाने से बॉडी में एनर्जी बढ़ जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, सुबह के नाश्ते के बाद केला खाने से सेहत में सुधार होता है।दूसरे खाद्य पदार्थों की तुलना में केला ब्लड शुगर को नहीं बढ़ाता। इसमें कार्बोहाइड्रेट की उपयुक्त मात्रा होने के साथ-साथ इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स लो से मीडियम लेवल का होता है। इसे खाने से शरीर का मेटोबोलिक रेट भी कंट्रोल होता है। मेटोबोलिक रेट और ब्लड शुगर दोनों कंट्रोल होने के कारण वजन भी कंट्रोल में रहता है।