मनाली । कुल्लू मनाली घूमने आ रहे पर्यटक अब लाहुल घाटी के पटसेउ पर्यटन स्थल में बर्फ का आनंद ले सकेंगे। लाहुल स्पीति प्रशासन ने बारालाचा दर्रे के समीप वाला पर्यटन स्थल पटसेउ पर्यटकों को लिए बहाल कर दिया है। पर्यटक यहां आकर अब बर्फ के दीदार कर सकते हैं। पटसेउ में रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान (डीजीआरई) की शाखा भी है। जहां देश के वैज्ञानिक शोध करते हैं। इसके चलते भी पटसेउ में रौनक लगी रहती है। अब पर्यटकों को अनुमति मिलने से पटसेउ में रौनक अधिक बढ़ जाएगी। पर्यटक बेरोक टोक पर्यटन स्थल में बर्फ के दीदार कर सकेंगे। यहां सड़क किनारे बर्फ की दीवारें खड़ी हैं। मनाली से पटसेउ 120 किलोमीटर दूर है, जबकि बारालाचा दर्रा वहां से 20 किलाेमीटर है। वहीं, मनाली-लेह मार्ग पर सफर करने के शौकीन पर्यटकों को अभी इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि बीआरओ ने 26 मार्च को सड़क बहाल कर रिकार्ड बनाया था। लेकिन वाहनों की आवाजाही अभी तक शुरू नहीं हुई है। देश भर के पर्यटक मनाली लेह मार्ग की बहाली का इंतजार कर रहे हैं। मनाली ट्रेवल एजेंट प्रीतम, नीरज, सुरेश व सोनू का कहना है कि मनाली-लेह मार्ग पर्यटक वाहनों के लिए बहाल होते ही मनाली में भी पर्यटन कारोबार गति पकड़ेगा। बीआरओ का कहना है कि सड़क बहाल है जबकि लाहुल स्पीति प्रशासन का कहना है कि जोखिम नहीं उठा सकते। उपायुक्त लाहुल स्पीति नीरज कुमार का कहना है कि सड़क पूरी तरह से ठीक होने के बाद ही पर्यटकों को मनाली लेह मार्ग पर सफर की अनुमति दी जाएगी।बीआरओ ने शिंकुला मार्ग 16 अप्रैल को बहाल कर लिया है। मार्ग वनवे होने के कारण अभी पर्यटकों के लिए बहाल नहीं हो रहा है। लाहुल स्पीति प्रशासन ने शिंकुला जांस्कर मार्ग पर स्थानीय लोगों को ही आवाजाही की अनुमति दी है। शिंकुला दर्रे के बहाल होने से जांस्कर घाटी के दर्जनों गांव को राहत मिल गई है। सड़क दो तरफ़ा वाहनों के लिए बहाल होते ही जांस्कर घाटी पर्यटकों के लिए भी बहाल कर ली जाएगी।