पानी की बौछारों के बीच कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को जब पुलिस खदेड़ रही थी तब उनमें हरीश रावत भी शामिल थे और सोनिया गांधी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि, सोनिया गांधी त्याग और बलिदान की प्रतिमूर्ति हैं. शारीरिक रुग्णता के बावजूद भी ED ने उन्हें समन भेजकर बुलाया है, ये मानवता पर चोट है.
सोनिया गांधी को भेजे समन के विरोध में कांग्रेस ने नई दिल्ली AICC कार्यालय से ED ऑफिस की ओर मार्च किया था. इस दौरान सभी को हिरासत में लेकर पुलिस मुखर्जी नगर थाना पहुंची. गौर हो कि, कांग्रेस के 56 सांसदों व 349 कांग्रेस पदाधिकारियों को धारा 65 डीपी अधिनियम के तहत विभिन्न स्थानों से हिरासत में लिया गया. बाद में सभी को आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं का पालन करने के बाद रिहा कर दिया गया. हिरासत में लिए गए लोगों में पी चिदंबरम, अजय माकन, मनिकम टैगोर, केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी, शशि थरूर, सचिन पायलट, हरीश रावत, अशोक गहलोत, के सुरेश सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल थे.