लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षक दिवस यानी पांच सितंबर को प्रदेश के 75 अध्यापकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया है। ऐसा पहली बार हो रही जब प्रदेश के हर जिले यानी 75 जिलों से एक-एक शिक्षकों को राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में दस शिक्षकों को सम्मानित किया, अन्य 65 को जिलों में जनप्रतिनिधियों ने सम्मानित किया।लोक भवन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षक दिवस की सभी को बधाई। आज शिक्षक दिवस पर शिक्षकों का सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण के लिए शिक्षा जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर बच्चे के कौशल को निखारने का संकल्प लिया है। इसी कारण देश में 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हुई है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैंने प्रदेश में जब मुख्यमंत्री ने का पद भार ग्रहण किया था, तब हमारे पास कई मामले आते थे कि जिनमें परीक्षा में नकल की शिकायत की गई। मैंने तब शिक्षा मंत्री और डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा को स्वयं परीक्षा केंद्र का निरीक्षण करने का आग्रह किया था। उस समय कुछ सख्ती की गई। उस समय तो हजारों बच्चों ने परीक्षा भी छोड़ दी थी, लेकिन बाद में परिणाम काफी अच्छे आए। इसके बाद भी हमने शिक्षकों को भी लक्ष्य भी तय कर दिए थे। मुख्यमंत्री ने सम्मानित शिक्षकों से कहा कि अब आपकी स्वयं से प्रतिस्पर्धा भी शुरू हो गई है।राज्य स्तर पर सम्मानित होने के बाद आपको लगातार अच्छा प्रदर्शन भी करना होगा। आपके प्रदर्शन पर ही बच्चों का परिणाम भी निर्भर करेगा। शिक्षक दिवस पर लोक भवन में इस सम्मान समारोह में कौशल विकास मंत्री कपिलदेव अग्रवाल, माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी, बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार तथा प्रमुख सचिव सुभाष चंद्र शर्मा भी मौजूद थे।