नई दिल्ली, एजेंसी। SCO की बैठक ऐसे समय में होने जा रही है जब दुनिया के कई देशों के बीच समीकरण बिगड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15-16 सितंबर को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए उज्बेकिस्तान जाएंगे। सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ हिस्सा लेंगे ये नेता यूक्रेन-रूस जंग के बाद पहली बार एक मंच पर होंगे।SCO सदस्य राज्यों (SCO-CoHS) के प्रमुखों की परिषद का 22 वां शिखर सम्मेलन COVID-19 महामारी के दो साल बाद गुरुवार को उज्बेकिस्तान के समरकंद में शुरू होने वाला है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों के लिए आज और शुक्रवार को शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे, जहां वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। 14 सितंबर को समरकंद में शुरू होने वाले शिखर सम्मेलन के दौरान उनकी अन्य द्विपक्षीय बैठकें भी होंगी।बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और ईरानी राष्ट्रपति अब्राहिम रायसी के भी शिखर सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है। उज्बेकिस्तान एससीओ 2022 का वर्तमान अध्यक्ष है। भारत एससीओ का अगला अध्यक्ष होगा।वहीं, ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के साथ वन टू वन मुलाकात होगी?