प्रयागराज । पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक अनिल ने प्रयागराज के शंकरगढ़ में बोले कि संघ व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के अनुष्ठान में लगा है। विश्व गुरु के पद पर आसीन होकर यह देश पूरे विश्व को शांति मैत्री करुणा और अहिंसा का एक बार फिर बोध कराए यही संघ चाहता है। स्वयंसेवकों ने पूरे उत्साह के साथ संचलन किया। इसमें बालके और प्रौढ़ गणवेश धारी स्वयंसेवक शामिल हुए। प्रयाग विभाग के सभी 40 नगरों तथा गंगापार यमुनापार में एक साथ पथ संचलन एवं शस्त्र पूजन का आयोजन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने विजयदशमी पर किया। इस दिन को स्थापना दिवस के रूप में भी मनाया गया। अलग-अलग आयोजनों में वक्ताओं ने कहा कि संपूर्ण समाज को एकता के सूत्र में बांधने के लिए संघ पिछले 97 वर्षों से प्रयास कर रहा है। इसके परिणाम भी अब दिख रहे हैं। व्यक्ति को समाज से जोड़ने की साधना ही संघ का ध्येय है।त्रिवेणी नगर स्थित नाग वासुकी मंदिर के सामने हुए प्रयाग उत्तर भाग के समारोह को प्रांत प्रचारक रमेश ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश में सदाचार की ही जय-जयकार हो, इसी उद्देश्य को लेकर विजयदशमी के दिन संघ की स्थापना 1925 में की गई। जन-जन में अनुशासन तथा राष्ट्रप्रेम का भाव भर कर देश के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाली पूरी पीढ़ी तैयार करने के अभियान में संघ लगा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. श्याम प्रसाद मुखर्जी डिग्री कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डाक्टर गोविंद दास ने की। मंच पर सह विभाग संघचालक नागेंद्र, भाग संघचालक लालता प्रसाद उपस्थित रहे।उद्बोधन के पूर्व मंचस्थ अतिथियों के साथ प्रांत प्रचारक रमेश जी ने परंपरागत ढंग से अक्षत पुष्प आदि से शस्त्र पूजन किया। हल्की वर्षा के बीच विभाग कार्यवाह संजीव, भाग कार्यवाह मुकेश, प्रांत प्रचार प्रमुख डाक्टर मुरारजी, विभाग शारीरिक प्रमुख अवधेश, सह विभाग शारीरिक प्रमुख शिव प्रकाश आदि के नेतृत्व में पथ संचलन निकाला गया। कच्ची सड़क पहुंचने पर राष्ट्र सेविका समिति की सदस्यों ने पुष्प वर्षा कर सभी का स्वागत किया। प्रयाग दक्षिण के माधव नगर में भी गोकुल पार्क में शस्त्र पूजन व पथ संचलन का आयोजन हुआ।