लखनऊ। नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कालेज की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की नसीहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी। वह शनिवार को संजय गांधी पीजीआई परिसर स्थिति आडीटोरियम में मिशन निरामया: का शुभारंभ करने आए थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कालेज में फैकल्टी, लेबोरेटरी सहित अन्य मानक पर खरे उतरने वाले नर्सिग एवं पैरामेडिकल कालेज को ही मान्यता दें। किसी की कोई सिफारिश सुनने की जरूरत नहीं है। गुणवत्ता के लिए क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया करार हुआ, जो कालेजों की गुणव्ता पर नजर रखेंगा।माध्यमिक शिक्षा विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के बीच करार हुआ जो नर्सिंग एवं पैरामेडिकल को कैरियर के रूप में लेने के लिए मार्गदर्शन कराएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्सिंग एवं पैरामेडिकल चिकित्सा की रीढ़ है। यह क्षेत्र लंबे से समय से उपेक्षित रहा है। इसको मजबूत करने के लिए मिशन निरामयः शुरू किया गया है। डाक्टर मरीज को दो से तीन मिनट समय दे पाते है। वार्ड में पांच से 10 मिनट समय दे पाते है ऐसे में वार्ड में नर्स ही डाक्टर के निर्देश के अनुसार मरीज को दवा सहित अन्य देखभाल करती है। इनकी इलाज में अहम भूमिका है।नर्सिंग का क्षेत्र लड़कियों के सेवा और सुरक्षा के दृष्टि से अहम है। राज्य चिकित्सा शिक्षा मंत्री मयंककेश्वर शरम सिंह ने मिशन की सराहना की । मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने इससे उत्कृष्ठ नर्सेज एवं पैरामेडिकल स्टाफ तैयार होंगे। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद रोजगार की राह तैयार होगा। एक साल में बदलाव इस क्षेत्र में दिखेगा।उपमुख्यमंत्री एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि हम विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के अनुसार एक चिकित्सक पर तीन नर्स एवं तीन पैरामेडिकल स्टाफ की लक्ष्य पूरा करने के लिए यह मिशन शुरू किए है। गंगा स्नान से अदिक पुण्य अस्पताल में काम करने वाले नर्सेज एवं पैरामेडिकल स्टाफ मरीजों की सेवा से पा सकते है। मन लगाकर मरीजों की सेवा करें। सरकारी क्षेत्र में सात नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ हमने शुरू किया है। 11 और शुरू करने की योजना पर काम कर रहे हैं। इस मौके पर मेंदाता, चरक, चंदन, रीजेंसी अस्पतालों से नर्सिंग कालेजों का करार हुआ जो छात्रों को ट्रेनिंग एवं रोजगार में मदद देंगे।मुख्यमंत्री ने प्रदेश 12 नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कालेज को मेंटर कालेज के रूप में सम्मानित किया। यह कालेज अन्य कालेजों के मुणवत्ता को बढाने में मदद करेंगे। जिसमें रूहेलखंड कालेज आफ नर्सिंग बरेली, सुभारती कालेज आफ नर्सिंग मेरठ, एलएलआरएम नर्सिंग कालेज मेरठ, आईआईएमएस मेरठ, एससीपीएम नर्सिंग कालेज गोंडा, गुरू गोरक्षनाथ नर्सिंग कालेज गोरखपुर, शारदा नर्सिंग कालेज गौतम बुद्ध नगर, नाइटेंगिल नर्सिग कालेज गौतम बुद्ध नगर, जीएमवीएम मेडिकल कालेज कानपुर, बाबा नर्सिंग कालेज लखनऊ।संस्थानों में काम कर रहे है आउट सोर्स नर्सेज एवं पैरामेडिकल स्टाप नियमति तैनाती में वरीयत देने पर विचार हो रहा है। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि इस पर प्रस्ताव तैयार किया गया है। इस पर जल्दी उच्च स्तरीय निर्णय होने के बाद आदेश जारी कर दिया जाएगा।