नई दिल्ली। जेएनयू में सेंटर फ़ॉर वीमेन स्टडीज द्वारा आयोजित होने वाले एक ऑनलाइन कार्यक्रम में भारत अधिकृत कश्मीर शब्द का इस्तेमाल किया गया। जेएनयू के आधिकारिक वेबसाइट पर भी इस इवेंट की जानकारी दी गई थी। शिक्षकों और छात्रों ने विरोध किया तो कार्यक्रम की जानकारी हटा दी गई।प्रो. पूनम ने बताया कि कुछ लोग नापाक हरकतों से बाज नहीं आते। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। भला, कोई भारत अधिकृत कश्मीर लिखने या सोचने की कल्पना भी कैसे कर सकता है। ये महिलाओं से संबंधित कार्यक्रम की आड़ में यह सब लिखा गया। इसकी अनुमति कैसे और किसने दी? क्या आयोजक उन महिलाओं की बात करेंगे जिन्हें कश्मीर से बेदखल किया गया था। जिनपर अमानवीय अत्याचार हुए, जो शरणार्थी कैम्प में रह रहीं हैं।