प्रयागराज। निरक्षर माहिलाये जो कभी स्कूल भी नहीं गई अब उन्हें सीधे विश्वविद्यालय जाने का मौका मिलेगा। वहां से आत्मनिर्भरता की पढ़ाई पढ़कर निकलेंगी। यह अवसर उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय उन सभी निरक्षर महिलाओं को देने जा रहा है। इसके लिए उन्हें कोई परीक्षा नहीं देनी होगी ।
बस कुछ कर गुजरने और जीवन को बदल डालने की चाहत न्यूनतम योग्यता तय की गई है। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में पारंपरिक डिग्री और डिप्लोमा के साथ व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की भी पढ़ाई शुरू हो चुकी है। विश्वविद्यालय प्रशासन जन-जन तक पहुंचने के अपने लक्ष्य को साधने के लिए अब पांच नए वोकेशनल पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। इनमें घरेलू बागवानी, हस्तशिल्प और दश्तकारी, सिलाई, चित्रकारी शामिल है। सेंटर फार इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस के निदेशक प्रोफेसर ओमजी गुप्ता ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने यह प्रस्ताव कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह के समक्ष प्रस्तुत किया था। इस पर कुलपति ने राजभवन में कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल से मंजूरी ली।