कानपुर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान अब नेपाल के इंजीनियरिंग व टेक्नोलाजी के छात्र-छात्राओं को एमटेक और पीएचडी करने का अवसर उपलब्ध कराएगा। यही नहीं, आइआइटी के छात्र भी शोध व शिक्षण कार्य के लिए नेपाल जा सकेंगे। शुक्रवार को आइआइटी ने नेपाल के त्रिभुवन विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान से शैक्षिक आदान प्रदान के इसी मसौदे पर करार किया है। जल्द ही आइआइटी के शिक्षकों का विशेष दल त्रिभुवन विश्वविद्यालय भी जाएगा। नेपाल के काठमांडु में कीर्तिपुर स्थित त्रिभुवन विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान (आइओई) में करीब तीन हजार छात्र अध्ययनरत हैं। यहां सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रानिक्स, जियोमैटिक्स, एग्रीकल्चर, एयरोस्पेस, आटोमोबाइल, कंप्यूटर, आर्किटेक्चर, इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में डिग्री दी जाती है। संस्थान के निदेशक ने अकादमिक सहयोग और अनुसंधान साझेदारी के लिए आइआइटी से भी मदद मांगी थी। साथ ही शैक्षिक आदान प्रदान कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर रूपरेखा तैयार की थी। इसी के तहत आइआइटी के निदेशक प्रो.अभय करंदीकर और आइओई के डीन प्रो. शशिधर जोशी की उपस्थिति में दोनों संस्थानों के प्रतिनिधियों ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए।