जब लीवर की कोशिकाओं में बहुत ज्यादा मात्रा में फैट जमा हो जाता है तब होती है ये प्रॉब्लम। थोड़ा-बहुत फैट होने में कोई बुराई नहीं लेकिन जब फैट का भार लिवर के भार से 10% ज्यादा हो जाए तब शुरू होती हैं समस्याएं। जिसका लिवर के फंक्शन पर असर पड़ने लगता है।
अब जान लें कितने तरह का होता है फैटी लिवर
1- एल्कोहलिक फैटी लीवर डिज़ीज- जैसा कि नाम से ही पता लग रहा होगा कि ये ज्यादा शराब पीने वालों को होता है। शराब का ज्यादा सेवन करने से लीवर में सूजन आने लगती है और साथ ही वो धीरे-धीरे डैमेज भी होने लगता है।
2- नॉन एल्कोहलिक फैटी लीवर डिज़ीज- फैटी फूड्स और साथ ही गलत लाइफस्टाइल कई सारी बीमारियों को बुलावा देता है। मोटापे, डायबिटीज के साथ ही फैटी लिवर भी उनमें से एक है।
फैटी लीवर के आसान इलाज
– डाइट में हरी सब्जियों और ताजे फल को जरूर शामिल करें।
– फाइबर से भरपूर चीज़ों का सेवन इसमें बेहद फायदेमंद होता है।
– ज्यादा नमक और फैट बढ़ाने वाली चीज़ों को पूरी तरह से अवॉयड करें।
– चीनी का इस्तेमाल कम से कम करें, पॉसिबल हो तो छोड़ ही दें।
– एल्कोहल या शराब को आउट करना है।
– भोजन में लहसुन को शामिल करें। वैसे कच्चा खाना और ज्यादा लाभदायक होता है।
– ग्रीन टी फैटी लिवर की समस्या में बेहद कारगर है।
– जंक व फ्राइड फूड से बचें।
– पालक, ब्रोक्ली, करेला, लौकी, टिण्डा, तोरी, गाजर, चुकंदर, प्याज, अदरक खाने में भले ही अच्छी न लगे लेकिन कोशिश करें खाने की।
– राजमा, सफेद चना, काली दाल इन सब का सेवन बहुत कम करना चाहिए तथा हरी मूंग दाल और मसूर दाल का सेवन करना चाहिए।
– योग और प्राणायाम के साथ कॉर्डियो एक्सरसाइजेस भी काफी फायदेमंद हैं फैटी लिवर के इलाज में।