नई दिल्ली। भारत के तेज़ गेंदबाज़ों ने लॉर्ड्स टेस्ट के पांचवें दिन शानदार गेंदबाजी करते हुए अपनी टीम को 151 रनों से जीत दिला दी. लॉर्ड्स टेस्ट में पांचवें दिन इंडिया ने पहले सेशन में बल्लेबाज़ी की और फिर दूसरे सेशन में कुछ ओवर खेलने के बाद इंग्लैंड को बल्लेबाज़ी के लिए बुला लिया. भारत को जसप्रीत बुमराह ने पहले ही ओवर में सफलता दिलाई और फिर अगले ओवर में शमी ने दूसरा विकेट लेकर मैच भारत की तरफ मोड़ दिया.
टी ब्रेक तक इंग्लैंड ने अपने चार लिकेट गंवा दिए थे. अब आखिरी सेशन में भारत को जीत के लिए छह विकेट लेने थे. भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौकी इंग्लैंड के कप्तान जो रूट को आउट करना था. तीसरे सेशन में बुमराह ने इस चुनौती को स्वीकार किया और रूट को स्लिप में कैच आउट कराया. पहली पारी में नाबाद 180 रन बनाने वाले जो रूट ने दूसरी पारी में 60 गेंदो में पांच चौकों की मदद से 33 रन बनाए.
इसके बाद भारतीय तेज़ गेंदबाजों ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और नियमित अंतराल पर विकेट चटकाए. हालांकि, सात विकेट गिर जाने के बाद जोस बटलर और ओली रॉबिन्सन भारत की जीत में रोड़ा बन गए, लेकिन मोहम्मद सिराज की घातक गेंदबाजी ने एक बार फिर कमाल कर दिया और भारत ने लॉर्ड्स के मैदान पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की,
भारत ने 2014 के बाद पहली बार लॉर्ड्स में जीत हासिल की है. वहीं भारतीय क्रिकेट के इतिहास में भारत ने तीसरी बार लॉर्ड्स में टेस्ट मैच जीता है. भारत ने पहली बार 1932 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था. तब से लेकर आज तक भारत की लॉर्ड्स में यह तीसरी जीत है. इससे पहले भारत ने इंग्लैंड को लॉर्ड्स में 2014 और 1986 में मात दी थी.
भारत ने दूसरे टेस्ट में पहले खेलने के बाद अपनी पहली पारी में 364 रन बनाए थे. इसके बाद इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 391 रन बनाकर 27 रनों की बढ़त हासिल की थी. इसके बाद टीम इंडिया ने अपनी दूसरी पारी 298 रनों पर घोषित कर इंग्लैंड को 272 रनों का लक्ष्य दिया.
इसके जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम 120 रनों पर ढेर हो गई. भारत के लिए मोहम्मद सिराज ने सबसे ज्यादा चार विकेट चटकाए. इसके अलावा जसप्रीत बुमराह ने तीन और इशांत शर्मा ने दो विकेट चटकाए. वहीं मोहम्मद शमी को एक विकेट मिला.