शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जांच एजेंसी का सहयोग करना चाहिए। देश भर में इस मामले को लेकर कांग्रेस सहानुभूति की राजनीति कर रही है, लेकिन सही में उन्होंने कुछ नहीं किया है, तो जांच के दौरान इसके साक्ष्य ईडी के समक्ष प्रस्तुत करें। मुख्यमंत्री रविवार को शिमला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस दुनिया का ध्यान बांटने की कोशिश कर रही है। इस मामले को कांग्रेस राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है। देश भर में कांग्रेस ने केंद्र से नेताओं को भेजा है और इस मामले पर ईडी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन की चेतावनी जारी की गई है। कांग्रेस नेताओं ने भ्रष्टाचार किया है और अब पूरी पार्टी दबाव बनाना चाह रही है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने एक ऐसी कंपनी बनाई, जिसका मकसद काम करना नहीं था। दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति अपने नाम करना चाहते थे। इसके लिए 2011 में यंग इंडिया बनाकर संपत्ति हड़पी और अब इसी मामले की जांच चल रही है, लेकिन पूरा मामला लोगों के सामने न आ सके, इसके लिए कांग्रेसी नेता दबाव की राजनीति कर रहे हैं और भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत कांग्रेस नेताओं को जांच में सहयोग देना चाहिए। जब उन्होंने कुछ नहीं किया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। इस मामले में ईडी के राजनीतिक तौर पर दुरुपयोग की बात कहना गलत है। मामला बहुत पुराना है, लंबे समय से चल रहा है। कांग्रेस के लोग भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है। ईमानदारी से शासन किया जा सकता है, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साबित कर दिया है। पूर्व में कांग्रेस की सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आते रहे हैं।