नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के अंदरूनी संकट के बीच ‘जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़’ की अध्यक्ष और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी (Renu Jogi) ने बड़ा बयान दिया है. प्रदेश कांग्रेस के भीतर चल रही सियासी उठापठक के बीच शुक्रवार को उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में कांग्रेस की सरकार पर किसी तरह की आंच नहीं आने देगी. सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के कहने पर वह किसी भी समय साथ देने के लिए तैयार हैं. रेणु जोगी ने यह भी कहा कि अगर सोनिया गांधी कहेंगी तो वह पुरानी सभी बातों को भूलकर कांग्रेस में अपनी पार्टी का विलय भी कर सकती हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पति अजीत जोगी को राजनीतिक जीवन में जो मिला और मेरे परिवार को जो प्रतिष्ठा मिली, उसमें गांधी परिवार और खासकर सोनिया गांधी जी का बहुत बड़ा योगदान है. हम सदा उनके कृतज्ञ रहेंगे.’’ रेणु ने कहा, ‘‘वर्तमान परिस्थिति में अगर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार को हमारी जरूरत पड़ी तो हम साथ देने के लिए तैयार हैं. कांग्रेस की सरकार पर हम आंच नहीं आने देंगे. सोनिया गांधी के कहने पर हम किसी भी समय कांग्रेस के साथ खड़े हो सकते हैं.’’ उल्लेखनीय है कि 90 सदस्यीय विधानसभा में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के चार विधायक हैं.
छत्तीसगढ़ के नेता कांग्रेस में विलय चाहते हैं
वहीं, कल खबर सामने आई थी कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली तलब किए जाने के बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. यह मुलाकात साढ़े तीन घंटे तक चली. बैठक में पीएल पुनिया, कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने भी हिस्सा लिया. हालांकि प्रियंका गांधी थोड़ी देर बाद ही बैठक छोड़कर निकल गई थीं. बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि विकास योजनाओं और राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ आने का निमंत्रण दिया है. गौरतलब है कि 48 घंटे में मुख्यमंत्री बघेल का यह दूसरा दिल्ली दौरा था. मुख्यमंत्री के पद को लेकर चल रही रस्साकशी को खत्म करने का प्रयास राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से जारी हैं.