नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट जगत में एक बार फिर घोटाले की खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार खिलाडिय़ों से पैसे लेकर उन्हें राज्य या आईपीएल टीमों में मौका देने का प्रभोलन दिया जा रहा है। इस घोटाले में गिरफ्तार कोच कुलबीर रावत ने कबूल किया कि उसने 8-9 खिलाडिय़ों से पैसे लिए थे। पूछताछ के दौरान रावत ने सिक्किम क्रिकेट एसोसिएशन के चयनकर्ता बिकाश प्रधान का भी नाम लिया, जिसके कथित तौर पर घोटालेबाज के साथ संबंध हैं। गुरुग्राम पुलिस जल्द ही उन्हें जांच में शामिल होने के लिए नोटिस देगी। इस बीच, आशुतोष बोरा और कुलबीर रावत के बीच चैट रिकॉर्ड ने भी संकेत दिया कि राज्य स्तरीय क्रिकेट संघों से जुड़े कुछ बड़े नाम भी घोटाले में शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने कहा कि चैट में यूपी क्रिकेट एसोसिएशन के चयनकर्ता अकरम खान, उपाध्यक्ष माहिम वर्मा और उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के सीईओ अमन का जिक्र है। पुलिस ने कहा कि चैट में रावत ने यह भी संकेत दिया कि उन्होंने कई बार यूपी और उत्तराखंड क्रिकेट संघों के माध्यम से उम्मीदवारों का चयन किया है। पुलिस जांच में शामिल होने के लिए चैट में उल्लिखित नामों को नोटिस देने के लिए भी तैयार है। रावत के खाते में आशुतोष बोरा की फर्म के खाते से 35 लाख रुपए से ज्यादा ट्रांसफर किए गए। सिक्किम क्रिकेट एसोसिएशन के चयनकर्ता बिकाश प्रधान को बोरा के खाते से 2 लाख रुपए से ज्यादा का ट्रांसफर किया गया। इसके अलावा अरुणाचल क्रिकेट एसोसिएशन मौजूदा अध्यक्ष नबाम विवेक भी जांच में शामिल होंगे। गुरुग्राम पुलिस ने 4 सितंबर को एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया था जो युवा क्रिकेटरों से कई लाख रुपए ठगते थे और उन्हें विभिन्न टीमों और टूर्नामेंटों में चयन का वादा करता था। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो खेल प्रबंधन कंपनी सिक्योर कॉरपोरेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (एससीएम) के निदेशक थे, जबकि अन्य तीन आरोपी अभी भी फरार हैं।