नयी दिल्ली । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक अनुमान के अनुसार अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को संयुक्त अरब अमीरात में आईसीसी टी-20 विश्व कप के 39 मैचों की मेजबानी के लिए सात मिलियन अमरीकी डालर मिलेंगे, जबकि ओमान क्रिकेट (ओसी) को मस्कट में विश्व कप के पहले दौर के छह मैचों के आयोजन के लिए चार लाख अमरीकी डालर के मेजबानी शुल्क का भुगतान किया जाएगा। वहीं विश्व कप के मूल मेजबान बीसीसीआई को 12 मिलियन अमरीकी डालर का मुनाफा होगा।
उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई ने हाल ही में अपने एपेक्स काउंसिल के सदस्यों को भेजे ईमेल में इस बारे में विस्तृत जानकारी दी थी। बीसीसीआई ने यूएई और ओमान में विश्व कप के टिकट के अधिकार भी ईसीबी और ओसी को दे दिए हैं और 33 दिन तक चलने वाले विश्व कप के दौरान के दौरान अच्छी बिक्री की उम्मीद है।
बीसीसीआई ने हाल ही में एपेक्स काउंसिल की बैठक में सदस्यों को इस बारे में भी सूचित किया था कि टी-20 विश्व कप की मेजबानी से उसका अपना मुनाफा 12 मिलियन अमरीकी डालर होगा, हालांकि टूर्नामेंट की मेजबानी की पूरी लागत ऑस्ट्रेलिया में अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप की तुलना में 25 मिलियन अमरीकी डालर कम है।
वहीं बीसीसीआई ने यह भी तर्क दिया है कि टूर्नामेंट को मध्य पूर्व में स्थानांतरित करने का कदम खिलाडिय़ों के बेहतर स्वास्थ्य और सुरक्षा को देखते हुए लिया गया है। बीसीसीआई के महासचिव जय शाह ने एपेक्स काउंसिल के सदस्यों को भेजे ईमेल में कहा था, बीसीसीआई ने आईसीसी के साथ मेजबानी के मुद्दों पर चर्चा की और आंतरिक रूप से कई दौर की चर्चा हुई। बहुत विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया कि खिलाडिय़ों और अन्य हितधारकों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसे ध्यान में रखते हुए विश्व कप को संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में स्थानांतरित करना सबसे अच्छा था।