गोमेल (एजेंसियां)। रूस और यूक्रेन के बीच सोमवार शाम हुई अतिमहत्वपूर्ण वार्ता पांच घंटे तक चलने के बाद खत्म हो गई। इस बैठक पर सभी की निगाहें लगी थी। तास समाचार एजेंसी के मुताबिक बैठक के बाद इस बात के भी संकेत दिए कि कुछ बातों पर फैसला लिया गया है या कुछ बिंदुओं पर सहमति बनी है। वहीं रायटर्स की खबर में कहा गया है कि इस वार्ता से राहत देने वाली खबर आई है। पांच घंटे चली वार्ता में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों में युद्धविराम को लेकर कुछ बिंदुओं पर सहमति बनी है। इसलिए जल्द ही दूसरे दौर की वार्ता हो सकती है। हालांकि ये बात सामने नहीं आई है कि किन बिंदुओं पर दोनों पक्ष राजी हुए हैं। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल वार्ता परिणामों की जानकारी देने के लिए मास्को और कीव लौट गए हैं।इस वार्ता में रूस की तरफ से भेजे गए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी व्लादिमीर मेडिंस्की कर रहे थे। इस दल में उप विदेश मंत्री एंड्री रुडेंको, उप रक्षा मंत्री एलेक्जेंडर फोमिन और अंतरराष्ट्रीय मामलों की राज्य ड्यूमा समिति के अध्यक्ष लियोनिद स्लटस्की भी शामिल थे। वहीं यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री एलेक्सी रेजनिकोव और यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के सलाहकार मिखाइल पोडोलीक ने किया था। उनके साथ डेविड अरखामिया, एंड्री कोस्टिन, रुस्तम उमेरोव और उप विदेश मंत्री निकोले टोचिट्स्की शामिल थे। बता दें कि मेडिंस्की ने पहले कहा था कि रूसी प्रतिनिधिमंडल यूक्रेन के पक्षकारों के साथ हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार है। उनके मुताबिक ये बैठक रविवार रात को कई बार स्थगित की गई और वार्ता स्थल को भी बदला गया। बाद में गोमेल को लेकर सहमति बनी थी। हालांकि वार्ता के बीच ही संकट बढ़ने के भी आसार साफतौर पर दिखाई दे रहे है। ऐसा इसलिए है क्योंकि रूस की धमकी के बाद अब अमेरिका ने भी अपने परमाणु हथियारों को हाई अलर्ट पर रख दिया है। अमेरिका ने मास्को के अपने दूतावास से अतिरिक्त कर्मियों और परिवारों को वापस भेजने के लिए कहा है। साथ ही बेलारूस का दूतावास बंद कर दिया है। चीन ने इस मामले में शांति बनाए रखने की अपील की है।