अग्निपथ योजना को लेकर तीनों सेनाओं ने रविवार को साझा प्रेस कान्फ्रेंस करते हुए साफ कर दिया कि अग्निपथ योजना को वापस नहीं लिया जाएगा और आने वाले समय में सभी भर्तियां इसी स्कीम के तहत होंगी। 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में आर्मी ज्वाइन कर लेगा। सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि अग्निपथ के विरोध में कोचिंग इंस्टीच्यूट चलाने वालों ने छात्रों को भड़काकर प्रदर्शन कराया है। उन्होंने साफ किया कि उपद्रवी अग्निवीर नहीं बन सकेंगे। अग्निवीर बनने वाला पहले शपथपत्र देगा कि उसने कोई प्रदर्शन नहीं किया है, न तोड़फोड़ की है। बिना पुलिस वेरिफिकेशन के कोई सेना में शामिल नहीं होगा। इसलिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अनुरोध है कि अपना समय खराब न करें। पुरी ने कहा कि युवा फिजिकली तैयार हों, ताकि वे हमारे साथ जुड़कर ट्रेनिंग कर सकें। हमने इस योजना को लेकर हाल में हुई हिंसा का अनुमान नहीं लगाया था। सशस्त्र बलों में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं है। सभी को लिखित में देना होगा कि वे किसी भी तरह की आगजनी या हिंसा में शामिल नहीं थे। श्री पुरी ने कहा कि अग्निवीरों को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा, जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों पर सैनिकों पर लागू होता है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। वहीं, एयर मार्शल एसके झा ने कहा कि दिसंबर के अंत तक अग्निवीर के पहले बैच को वायुसेना में शामिल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी। भारतीय वायुसेना में 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह एक ऑनलाइन सिस्टम है, उसी के तहत उस पर रजिस्ट्रेशन शुरू होगी। उधर, अग्निपथ योजना पर नौसेना के वाइस एडमिरल डीके त्रिपाठी ने कहा कि हमने अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। 25 जून तक हमारा विज्ञापन सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पहुंच जाएगा। एक महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 21 नवंबर को हमारे पहले अग्निवीर हमारे ट्रेनिंग संस्थान में रिपोर्ट करेंगे। वाइस एडमिरल डीके त्रिपाठी ने कहा कि नौसेना में हम महिला अग्निवीर भी ले रहे हैं। उसके लिए हमारी ट्रेनिंग में जो संशोधन करना है, उसके लिए काम शुरू हो चुका है।लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि 21 साल के अंदर किस युवा की जॉब लगती है, लेकिन अग्निपथ स्कीम में भर्ती होने वाले 60 से 70 फीसदी युवा 10वीं पास होंगे। उन्हें 12वीं पास का सर्टिफिकेट दिया जाएगा।